शुक्रवार, 4 मार्च 2011

वर्तमान सद्गुरु - डोक्टर श्री विश्वमित्र महाजन # 3 0 9


श्री राम शरणम, ८ ऐ रिंगरोड,
लाजपत नगर 
नयी दिल्ली 
के वर्तमान सद्गुरु  
डोक्टर श्री विश्वमित्र महाजन जी
के श्री चरणों में एक  नम्र निवेदन 
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अमेरिका के साधक बड़ी उत्सुक्ता से श्री महाराज जी के यहाँ आगमन की प्रतीक्षा कर  रहे हैं ! उनके विचारों को संजोये है यह रचना :-

हे गुरुदेव  विलम्ब न कीजे !
साधक जन को दर्शन दीजे !!

दो वर्षों से साधक  सारे ,    दर्शन अभिलाषा उर धारे !!
ठाढें हैं गुरु मन्दिर द्वारे ,नाथ सनाथ इन्हें कर दीजे !!
हे गुरुदेव  विलम्ब न कीजे !!

पद परसन की चाह लिए मन,आतुर हैं सारे साधक गन !
गुरुवर उन्हें जान अपना जन,अवसर एक सबहि को दीजे !!
हे गुरुदेव  विलम्ब न कीजे !

मानव मन  दुर्गुण का डेरा ,पल पल करता पाप घनेरा !
गुरु तजि और न  कोई मेरा ,भव सागर से पार करीजे !!
हे गुरुदेव  विलम्ब न कीजे !

मुझको दुर्लभ है तव दर्शन ,गुरुवर  मेरा है दूषित मन !
क बार कर अमृत वर्शन , मेरे सब अवगुण हर लीजे !!
हे गुरुदेव विलम्ब न कीजे !!

"भोला"

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निवेदक : वही. एन. श्रीवास्तव "भोला"
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