सोमवार, 27 जून 2011

भजन - राम राम काहे न बोले # 3 9 2


मोडम में तकनीकी समस्या के कारण पापा ब्लॉग नहीं लिख पा रहे हैं . पर उनकी हार्दिक इच्छा है आप सबको 'महावीर बिनवउँ हनुमाना" की पोस्ट मिलती रहे , इसलिए मैं उनका लिखा और गाया हुआ भजन पोस्ट कर रही हूँ. यह भजन सुप्रसिद्ध गायक, मिश्र बंधु, द्वारा गाये 'कृष्ण कृष्ण काहे न बोले' पर आधारित है .



राम राम काहे ना बोले ।
व्याकुल मन जब इत उत डोले।

लाख चौरासी भुगत के आया ।
बड़े भाग मानुष तन पाया।
अवसर मिला अमोलक तुझको।
जनम जनम के अघ अब धो ले।
राम राम ...

राम जाप से धीरज आवै ।
मन की चंचलता मिट जावै।
परमानन्द हृदय बस जावै ।
यदि तू एक राम का हो ले।
राम राम ...

इधर उधर की बात छोड़ अब ।
राम नाम सौं प्रीति जोड़ अब।
राम धाम में बाँह पसारे ।
श्री गुरुदेव खड़े पट खोले।
राम राम ...
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शब्दकार , गायक -  व्ही  . एन.  श्रीवास्तव "भोला"
वीडिओ रेकोर्डिंग -  रानी बेटी मोहिनी , राम रंजन श्रीवास्तव 
वीडिओ सम्पादन - रिरेकोर्डिंग - श्री देवी कुमार , चेन्नई 
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3 टिप्‍पणियां:

Shalini kaushik ने कहा…

बहुत सुन्दर

शिखा कौशिक ने कहा…

जय श्री राम ! बहुत सुन्दर भावों से युक्त भजन .आभार

Patali-The-Village ने कहा…

बहुत सुन्दर भावों से युक्त भजन|