रविवार, 31 जुलाई 2011

भजन : दरशन दीजो आय प्यारे - # ४११

प्यारे दर्शन दीजो आय , तुम बिन रह्यो न जाय

प्रियजन , पिछले अंक में मैंने मीरा के इस पद के शब्द लिखे हैं और एक चित्र भी दिया है जिसमे मैं अपने सहयोगियों के साथ १९८४ में सपरिवार , मानस मर्मज्ञ दिवंगत पूज्यनीय राम किंकर जी महाराज के समक्ष वह भजन प्रस्तुत कर रहा हूँ ! उस चित्र के बांयें भाग में हम लोगों के पीछे बीचो बीच व्यास आसान पर श्री महराज जी भी विराजमान हैं !

रानी बेटी श्री देवी ने उस भजन का तब का साउंड ट्रेक हमारे ब्लॉग में डाल दिया ! धन्यवाद बेटा ! इस सन्दर्भ में चलिए अब सब को ही ये बता दूँ कि यह चित्र उस समारोह का है जिसमें धर्मपत्नी कृष्णा जी को उनके द्वारा तुलसी कृत "राम चरित मानस" पर किये शोध के लिए सम्मानित किया गया था !( बेटी श्री देवी इससे बिलकुल अनभिग्य हैं क्योंकि उन दिनो वह कनाडा में कार्यरत थीं )!

"दर्शन दीजो आय प्यारे ,तुम बिन रह्यो न जाय"

भजन सुनने के लिए नीचे के लिंक पर क्लिक करें


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एक सूचना :कुछ अज्ञात कारणों से आप मेरे पिछले दो अंक ४०९ तथा ४१० मिस कर गए हैं
कन्टीन्यूटी के लिए थोड़े पीछे सरक कर उनको भी पढ़ लें ! चूक के लिए क्षमाप्रार्थी हूँ !
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निवेद्क : व्ही . एन . श्रीवास्तव "भोला"
आभार रानी बेटी श्री देवी कुमार तथा समस्त भोला परिवार
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