शनिवार, 27 अगस्त 2011

२७ अगस्त - एक महत्वपूर्ण तारीख

"मुकेशजी" और उनका नकलची "मैं"
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"२७ अगस्त -"
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आज की तारीख़ , हमारे लिए वर्ष १९७६ से ही अति महत्वपूर्ण रही है ! लेकिन "आज" २०११ की यह तारीख तो महत्ता - महानता की सभी सीमाएं लांघ कर उस ऊंचायी को छू रही है जो १९४७ की १५ अगस्त के पूर्व कभी उलंघित नहीं हुई थी !

समझ गए होंगे आप ! पिछले १४ अगस्त से आज तक अस्वस्थता के कारण क्रियाहीन बना मैं ,यहाँ USA में ,अपने पलंग पर पड़ा पड़ा , टेलीविजन पर , दिल्ली के रामलीला मैदान से अन्ना के पक्षधरों तथा निकट ही सत्ता के गलियारों से "मनीषी" महापुरुषों की कटु एवं मधुर वार्ता का रसास्वादन कर रहा था ! रोगियों के मुंह का स्वाद वैसे ही बिगडा होता है , मेरा क्या हांल हुआ होगा आप खूब जानते हैं ! मैं कुछ न कहूँगा !

अन्त्तोगतवा जनता की विजय हुई ! आप सब को बधाई ! पुस्तके लिखी जा सकती हैं इस विषय में ! प्रियजन ! अभी मैं असमर्थ हूँ , अधिक कुछ नहीं कह पाउँगा ! कारण ---

२७ अगस्त ,२०११
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आज

यहाँ USA के पूर्वोत्तर के सागर तट पर आज एक भयंकर तूफ़ान (हरीकेन) आया है ! सागर तट का हमारा यह नगर भी आज मध्य रात्रि तक "आयरीन" नाम के इस हरिकेन की चपेट में आने वाला है ! राष्ट्रपति ओबामा अपने "होलीडे" से समय से पूर्व ही लौट आये हैं ! पूरे क्षेत्र में EMERGENCY declare कर दी गयी है ! सागरतट के निकट के सभी नगर खाली करवाए जा रहे हैं ! कल दिन में यदि लिख पाया तो विस्तुत विवरण दूँगा ! आज यह प्रसंग यहीं समाप्त करता हूँ !

२७ अगस्त १९७६
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मैं उन दिनॉ, "गयाना" के नगर "New Amsterdam" में अपने प्रोजेक्ट साइट का निरीक्षण करने गया हुआ था ! भक्ति संगीत में मेरी रूचि देख कर नगर के भारतीय मूल के मेयर तथा वहाँ के प्रतिष्ठित व्यापारियों ने अगले दिन ,मेरे लिए एक संगीतमय स्वागत समारोह आयोजित किया था ! --------

शेष अगले अंक में
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निवेदक : व्ही. एन. श्रीवास्तव "भोला"
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6 टिप्‍पणियां:

ZEAL ने कहा…

विस्तृत विवरण जानने की उत्कंठा है. आपके अच्छे स्वास्थ की कामना के साथ,
दिव्या.

G.N.SHAW ने कहा…

काकाजी प्रणाम - और इसी २७ अगस्त को मेरे बालाजी का जन्म दिन था ! आप का इ-मेल प्राप्त हुआ ! देख कर रोंगटे खड़े हो गए ! मै तो वस् बालाजी से प्रार्थना करूँगा की आप स्वस्थ हो जाये और आज -कल आने वाली बिपत्ता टल जाये !

Shalini kaushik ने कहा…

आपके आलेख को पढने की बहुत इच्छा rahti है किन्तु पहले आपका स्वस्थ्य है आप उस पर ज्यादा ध्यान dijiye.

bhola.krishna@gmail .com ने कहा…

परम प्रिय गोरखजी ,शालिनी जी एवं दिव्या जी ,
कृपालु प्रभु के इच्छानुसार ही व्यक्ति के जीवन में विभिन्न बदलाव आते हैं ! बढ़ते वयस और बिगड़े स्वास्थ्य के कारण मेरे इस "राम काज" में भी व्यवधान आते जाते रहते हैं ! जब "वह" चाहेंगे बिलकुल ठीक हो जाऊँगा और पुनः "उनकी" सेवा कर पाउँगा ! आपकी शुभकामनाओं के लिए हार्दिक धन्यवाद आभार स्वीकार करें ! सदा सुखी रहें !
कृष्णा जी आप सब के सुंदर आलेख पढ़ कर नित्य प्रति सुनाती रहतीं हैं ! प्रत्येक पर कमेन्ट भेजने की इच्छा होती है ! लिख नहीं पाते पर मन ही मन आभार प्रगट करते हैं ,प्रशंसा करते हैं !शुभ कामनाएं देते रहते हैं ! आप यूं ही लिखते रहिये !
भोला कृष्णा

ZEAL ने कहा…

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आदरणीय भोला जी , कृष्णा जी ,

आपके स्वास्थ के प्रति मन बहुत चिंतित है। आप लोगों से मिलने की भी इच्छा है। अपना पूरा ध्यान रखा कीजिये। नियम से भोजन , फल , खूब पानी पीना और अच्छी नींद अवश्य लीजिये। मन को प्रसन्नचित्त रखिये। कभी कभी पुरानी फिल्मों के हिंदी गीत मन को बहुत सुख देते हैं। सुना कीजिये। हम आपको बहुत याद करते हैं।

यदि अपना फ़ोन नंबर दे दें तो आपसे बात करके मन को सुकून मिलेगा।

मेरा ईमेल एड्रेस है- zealzen8@gmail.com

आपकी याद में , आपकी बिटिया,
दिव्या।

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Unknown ने कहा…

आदरणीय फूफाजी
जय सीताराम
आज ब्लॉग पर आपका[ छोटा ही सही] मेल देखकर मन आनंदित हो गया
ईश्वर से प्रार्थना है कि वे आपको जल्दी ही स्वस्थ करे और हमसब फिर से आपके अनुभवों का लिखित आनंद उठाये
आदरणीय बुआजी को चरणस्पर्श

आपकी बेटी
इंदुजा