tag:blogger.com,1999:blog-3244122498251788966.post2513470153166615114..comments2024-02-25T04:49:39.237-05:00Comments on महावीर बिनवउँ हनुमाना: Who Am "I" ? ( II )Bhola-Krishnahttp://www.blogger.com/profile/02397604308408596994noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-3244122498251788966.post-28022883770347032422012-05-28T00:12:48.748-04:002012-05-28T00:12:48.748-04:00स्नेही सुभाष जी ,धन्यवाद , कमेन्ट के लिए आभारी हूँ...स्नेही सुभाष जी ,धन्यवाद , कमेन्ट के लिए आभारी हूँ ! हमारे-आपके जीवन के प्रत्येक क्षण इन सूत्रों के द्रष्टान्त उपस्थित करते हैं ! हमें पल पल इनका अनुभव होता हैं ! अहंकार के कारण हम अपने इस शरीर को "मैं" की संज्ञा दे देते हैं ! <br />मेरे जीवन में इस परम सत्य का अनुभव श्री श्री माँ आनंदमयी के सन्मुख बिताए कुछ क्षणों में हुआ ! मेरे पिछले आलेखों में इसका ज़िक्र है ! --"भोला"Bhola-Krishnahttps://www.blogger.com/profile/02397604308408596994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3244122498251788966.post-67653980327553864322012-05-27T18:46:05.962-04:002012-05-27T18:46:05.962-04:00'मैं कौन हूँ' विषय को मैंने २-३ बार इस पढ़...'मैं कौन हूँ' विषय को मैंने २-३ बार इस पढ़ा - मेरा अनुरोध है की इस अहंम विषय का स्पष्टीकरण दृष्टान्तों द्वारा दिया जाए - अति अति धन्यवाद् ,विनीत - सुभाष मैहतासुभाष मैहताnoreply@blogger.com