tag:blogger.com,1999:blog-3244122498251788966.post5196552983671906171..comments2024-02-25T04:49:39.237-05:00Comments on महावीर बिनवउँ हनुमाना: घर घर में मीरा # ४१०Bhola-Krishnahttp://www.blogger.com/profile/02397604308408596994noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-3244122498251788966.post-52361590762056165492011-08-01T09:30:35.443-04:002011-08-01T09:30:35.443-04:00प्रियवर गोरखजी ,
आपने समय निकाल कर मुझे याद किया ,...प्रियवर गोरखजी ,<br />आपने समय निकाल कर मुझे याद किया ,आभारी हूँ ! धन्यवाद ! भैया "प्रभुजी" की असीम करुना और आप जैसे प्रियजनों की शुभ कामनाओं के बल पर सर्वत्र आनंद ही आनंद लूट रहा हूँ ! व्याधियों की पीड़ा सुखद लगती है जब "उनका" वरद हस्त मस्तक पर फिरता महसूस होता है और आप जैसे स्वजनों के सन्देश मिलते हैं ! सांसारिक कर्मों के साथ साथ ,हरि चिंतन करते रहिये ! परमानंद लूटिये ! राम कृपा आप पर सदा बनी रहे !<br />भोला काका + कृष्णा काकीBhola-Krishnahttps://www.blogger.com/profile/02397604308408596994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3244122498251788966.post-58370262792253530722011-07-31T01:39:59.640-04:002011-07-31T01:39:59.640-04:00काकाजी प्रणाम ! कल ही आप की याद आई थी , सोंचा था क...काकाजी प्रणाम ! कल ही आप की याद आई थी , सोंचा था काकाजी के लेख पढ़े कई दिन हो गए और कुछ आप के अस्वस्थ होने की याद आ गयी ! किन्तु भगवान सब कुछ सुनते है , दिल से याद किया और आज आप का यह प्रिय लेख जो आप के परिवार को ही नहीं बल्कि आप की माता जी का भी प्रिय भजन था , पढ़ने को मिल गया ! दिल को बहुत शान्ति मिली ! जीवन में क्या कुछ है , जो दूर बैठे लोगो में भी प्यार के अंकुर बो देता है ! काकाजी आप से बहुत कुछ प्रेरणा और सिखाने को मिलता है !आज का यह मीरा के प्रेम मय लेख बहुत कुछ कहता है !G.N.SHAWhttps://www.blogger.com/profile/03835040561016332975noreply@blogger.com