tag:blogger.com,1999:blog-3244122498251788966.post8525159685778160402..comments2024-02-25T04:49:39.237-05:00Comments on महावीर बिनवउँ हनुमाना: मुकेशजी और उनका नकलची "मैं"Bhola-Krishnahttp://www.blogger.com/profile/02397604308408596994noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-3244122498251788966.post-3981872375696341972011-08-30T12:17:42.755-04:002011-08-30T12:17:42.755-04:00मेरे पिछले और इस आलेख पर मेरे लिए बड़े 'आनंददा...मेरे पिछले और इस आलेख पर मेरे लिए बड़े 'आनंददायक' कमेन्ट आये ! प्रियजन ,मुझे तो इस आनंद में ही "आनंदघन - मेरे प्यारे प्रभु का दर्शन होता है" ! मैं धन्य हो गया ! मेरी हल्की आवाज़ भी आप सहृद स्नेहियों तक पहुंच रही है ! मैं उनके कार्य में सफल हुआ ! अपनी एक बहू जिनको मैं "रानी बेटी' इंदुजा ही कहता हूँ , के कमेन्ट के उत्तर में मैंने जो कहा अगले आलेख में डाल रहा हूँ , पढ़ कर मेरे हृदयोद्गार जान लें ! <br />आप सब का हार्दिक आभार ! धन्यवाद , साधुवाद !Bhola-Krishnahttps://www.blogger.com/profile/02397604308408596994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3244122498251788966.post-70948956610539950502011-08-30T08:52:30.725-04:002011-08-30T08:52:30.725-04:00काकी जी को प्रणाम ! समय रहे तो काकी जी भी कुछ लिख ...काकी जी को प्रणाम ! समय रहे तो काकी जी भी कुछ लिख कर पोस्ट कर दे तो हमें प्रसन्ता होगी !G.N.SHAWhttps://www.blogger.com/profile/03835040561016332975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3244122498251788966.post-51162380754931160092011-08-30T08:47:29.601-04:002011-08-30T08:47:29.601-04:00काकाजी प्रणाम - यह जान ख़ुशी होती है की विदेशो में...काकाजी प्रणाम - यह जान ख़ुशी होती है की विदेशो में रहने वाले अपनी परम्पराओ को बचा कर रखे है ! वाही अपने देश में मटियामेट जैसी दिखती है !G.N.SHAWhttps://www.blogger.com/profile/03835040561016332975noreply@blogger.com