स्वजनों | हम जीवात्माओं में ईश्वर की सी चेतनता . शुद्धता .निर्मलता सहजता और आनंद काआगार् विद्यमान है | खेद है की हम अपने ही इन गुणों से अनजान हैं| कॉश हम इस सत्य को जानते हुए अपने इन सद्गुणों का बर्तन करते हुए जीवन जीते |स्वजनों | हम जीवात्माओं में ईश्वर की सी चेतनता . शुद्धता .निर्मलता सहजता और आनंद काआगार् विद्यमान है | खेद है की हम अपने ही इन गुणों से अनजान हैं| कॉश हम इस सत्य को जानते हुए अपने इन सद्गुणों का बर्तन करते हुए जीवन जीते |
महावीर बिनवउँ हनुमाना
एक आस्तिक की आत्म कहानी - विश्वम्भर नाथ श्रीवास्तव 'भोला'