रविवार, 12 जून 2011

भजन: शरण में आये हैं हम तुम्हारी # 3 8 3

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शरण में आये हैं हम तुम्हारी,
दया करो हे दयालु भगवन ।
सम्हालो बिगड़ी दशा हमारी,

दया करो हे दयालु भगवन ।

न हम में बल है, न हम में शक्ति ।
न हम में साधन, न हम में भक्ति ।
तुम्हारे दर के हैं हम भिखारी,

दया करो हे दयालु भगवन ।

प्रदान कर दो महान शक्ति,
भरो हमारे में ज्ञान भक्ति ।
तभी कहाओगे ताप हारी,

दया करो हे दयालु भगवन ।

जो तुम पिता हो, तो हम हैं बालक ।
जो तुम हो स्वामी, तो हम हैं सेवक ।
जो तुम हो ठाकुर, तो हम पुजारी ।

दया करो हे दयालु भगवन ।

भले जो हैं हम तो हैं तुम्हारे |
बुरे जो हैं हम तो हैं तुम्हारे |
तुम्हारे हो कर भी हम दुखारी |

दया करो हे दयालु भगवन ।


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निवेदक: व्ही एन श्रीवास्तव 'भोला'
१९९२ में रेकॉर्डेड टेप से 
सहयोग: श्रीमती प्रार्थना और कुमारी आकांक्षा
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