सिया राम के अतिशय प्यारे,
अंजनिसुत मारुति दुलारे,
श्री हनुमान जी महाराज
के दासानुदास
श्री राम परिवार द्वारा
पिछले अर्ध शतक से अनवरत प्रस्तुत यह

हनुमान चालीसा

बार बार सुनिए, साथ में गाइए ,
हनुमत कृपा पाइए .

आत्म-कहानी की अनुक्रमणिका

आत्म कहानी - प्रकरण संकेत

शनिवार, 27 अगस्त 2011

२७ अगस्त - एक महत्वपूर्ण तारीख

"मुकेशजी" और उनका नकलची "मैं"
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"२७ अगस्त -"
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आज की तारीख़ , हमारे लिए वर्ष १९७६ से ही अति महत्वपूर्ण रही है ! लेकिन "आज" २०११ की यह तारीख तो महत्ता - महानता की सभी सीमाएं लांघ कर उस ऊंचायी को छू रही है जो १९४७ की १५ अगस्त के पूर्व कभी उलंघित नहीं हुई थी !

समझ गए होंगे आप ! पिछले १४ अगस्त से आज तक अस्वस्थता के कारण क्रियाहीन बना मैं ,यहाँ USA में ,अपने पलंग पर पड़ा पड़ा , टेलीविजन पर , दिल्ली के रामलीला मैदान से अन्ना के पक्षधरों तथा निकट ही सत्ता के गलियारों से "मनीषी" महापुरुषों की कटु एवं मधुर वार्ता का रसास्वादन कर रहा था ! रोगियों के मुंह का स्वाद वैसे ही बिगडा होता है , मेरा क्या हांल हुआ होगा आप खूब जानते हैं ! मैं कुछ न कहूँगा !

अन्त्तोगतवा जनता की विजय हुई ! आप सब को बधाई ! पुस्तके लिखी जा सकती हैं इस विषय में ! प्रियजन ! अभी मैं असमर्थ हूँ , अधिक कुछ नहीं कह पाउँगा ! कारण ---

२७ अगस्त ,२०११
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आज

यहाँ USA के पूर्वोत्तर के सागर तट पर आज एक भयंकर तूफ़ान (हरीकेन) आया है ! सागर तट का हमारा यह नगर भी आज मध्य रात्रि तक "आयरीन" नाम के इस हरिकेन की चपेट में आने वाला है ! राष्ट्रपति ओबामा अपने "होलीडे" से समय से पूर्व ही लौट आये हैं ! पूरे क्षेत्र में EMERGENCY declare कर दी गयी है ! सागरतट के निकट के सभी नगर खाली करवाए जा रहे हैं ! कल दिन में यदि लिख पाया तो विस्तुत विवरण दूँगा ! आज यह प्रसंग यहीं समाप्त करता हूँ !

२७ अगस्त १९७६
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मैं उन दिनॉ, "गयाना" के नगर "New Amsterdam" में अपने प्रोजेक्ट साइट का निरीक्षण करने गया हुआ था ! भक्ति संगीत में मेरी रूचि देख कर नगर के भारतीय मूल के मेयर तथा वहाँ के प्रतिष्ठित व्यापारियों ने अगले दिन ,मेरे लिए एक संगीतमय स्वागत समारोह आयोजित किया था ! --------

शेष अगले अंक में
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निवेदक : व्ही. एन. श्रीवास्तव "भोला"
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