स्नेह्मई शालिनी जी, प्रिय शिखा बेटी ,राम राम , मैं गद गद हो रहा हूँ ! शब्द दगा दे रहे हैं मुझे ! किसके किसके प्रति आभार व्यक्त करूं ! किसको किसको धन्यवाद दूँ ! कौन कहाँ से छुप छुप कर मेरे ऊपर इतनी कृपा कर रहा है ? मैंने तो केवल इच्छा जतायी थी की कभी आपको यह भजन सुनाऊंगा ! शायद मेरे बच्चों ने मुझे बिना बताये मिलजुल कर यह भजन ब्लॉग में डाल कर मेरी इच्छा पूरी की है ! प्रशंशा की अधिकारिणी चेन्नई वाली मेरी बेटी श्री देवी और अमेरिका वाले बेटे राघव जी हैं ! और मैं तो गूंगा हो रहा हूँ क्या कहूँ आपसे इसके सिवाय की श्री राम कृपा सबको सदा उपलब्ध हो ! प्रसन रहें !
3 टिप्पणियां:
बहुत सुन्दर व् सुमधुर .आभार
ब्लॉग जगत में आपकी ये प्रस्तुति कृतार्थ करने वाली हैं.
स्नेह्मई शालिनी जी, प्रिय शिखा बेटी ,राम राम ,
मैं गद गद हो रहा हूँ ! शब्द दगा दे रहे हैं मुझे ! किसके किसके प्रति आभार व्यक्त करूं ! किसको किसको धन्यवाद दूँ ! कौन कहाँ से छुप छुप कर मेरे ऊपर इतनी कृपा कर रहा है ? मैंने तो केवल इच्छा जतायी थी की कभी आपको यह भजन सुनाऊंगा ! शायद मेरे बच्चों ने मुझे बिना बताये मिलजुल कर यह भजन ब्लॉग में डाल कर मेरी इच्छा पूरी की है ! प्रशंशा की अधिकारिणी चेन्नई वाली मेरी बेटी श्री देवी और अमेरिका वाले बेटे राघव जी हैं ! और मैं तो गूंगा हो रहा हूँ क्या कहूँ आपसे इसके सिवाय की श्री राम कृपा सबको सदा उपलब्ध हो ! प्रसन रहें !
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