ह्नुमत कृपा
अनुभव
नहीं गिन सकूंगा मैं उपकार "उनके"
दया इस कदर "वह" किये जा रहे हैं !!
हरिक सांस मेरी है सौगात "उनकी",
उन्ही के सहारे जिए जा रहे हैं !!
प्रार्थी -दासानुदास- "भोला"
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मेरे आतिशय प्रिय स्वजन ,
जय जय जय श्री राम ,,
ह्म दोनों आज के इस विशेष दिन "उनको" याद कर के अपना अनुग्रह व्यक्त कर रहे हैं "उन्हें" धन्यवाद दे रहे हैं और "उनसे" प्रार्थना कर रहे क़ि "वह" अपनी कृपा दृष्टि आप सब पर और सम्पूर्ण जीव जगत पर इसी प्रकार सदा सर्वदा बनाये रहें !
स्काइप पर आज सब राम परिवार वालों से राम राम होगी ही !
आज का संदेश केवल इतना ही !
आशीर्वाद ,शुभ कामनाएं ,स्नेह स्वीकार करें !
हम दोनों
श्रीमती डॉक्टर कृष्णा एवं व्ही. एन. श्रीवास्तव "भोला"
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